मंगलवार, 8 अप्रैल 2014

मेरे प्रथम कहानी संग्रह "परछाइयों के उजाले "पर "बेअदब सांसे "त्रिवेणी संग्रह के रचयिता राहुल वर्मा जी की पहली समीक्षात्मक प्रतिक्रिया प्राप्त हुई है जिसे मैं आप सभी से साझा कर रही हूँ।

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